एक पौधा मेरे नाम का ।

एक पौधा मेरे नाम का । हम इंसानो ने इस प्रकृति से बड़ा कुछ ले लिया हैं और छीन लिया हैं अब समय आ गया हैं उसको लौटने का. ये एक मोहिम हैं मातर्भूमि एग्रीकल्चरल एंड रीसर्च फाउंडेशन के संस्थापक की एक पौधा मेरे नाम का जिंदगी में हमने कितने पेड़ो का काट दिया होगा , कितने पोधो के फलो का हमने खा कर के अपने शरीस को ताकतवर बनाया होगा. और न जाने कितने पेड़ों की छांया में हमने बैठ कर के हमने तपते सूरज की गर्मी से शरीर को जलने से बचाया होगा। कितने पेड़ों को काट कर के अपने घर की शान में लगाया होगा. हर साल की सर्दी से बचने के लिए कितने लकड़ी के टुकड़ों को जलया होगा और न जाने हर साल आग से कितने ही पेड़ो को जलाकर के हजारों के जगली पशु पक्षियों के आशियानों को भी जलाया होगा. और न जाने पैदा होने से अभी तक कितने पेड़ो की लड़की को जला कर के अपने घर के भोजन को पकाया होगा , और न जाने कितने हजारो टन ऑक्सीजन हम फ्री में इनसे ले चुके होंगे. तो सोचो की अगर ये सब कुछ इनसे पैसे से लेना होता तो आज तक कितना पैसा हम भर चुके होते। पर क्या हमने कभी भी एक भी पेड़ लगया होगा. और अगर लगाया भी होगा तो क्या जितना जलया होगा होतना लगया होगा. हां हो सकता हैं की हमने अपने घर को खूबसूरत दिखाने के लिए कुछ बनावटी पोधो को लगया होगा. जिस्का पर्यावरण सुधिकरण में कोई योगदान नहीं हैं. अब बहुत सारे लोग ये सोच रहें होंगे की मेने तो बहुत सारे पेड़ लगाये हैं। पर कभी ये भी सोचा हैं उनका प्रयोग अपने केवल अपने निजी इछाओ की पूर्ति हेहु ही किया हैं. किसी वन के पशु पक्षिओं के लिए कभी उनका उपयोग नहीं हुआ हैं। उनके लिए हम हमेशा बन्दुक और तरह तरह के हतियार लेके खड़े हैं. क्या हमने कभी उनके बारे में भी सोचा हैं. की उनका भी परिवार हैं और हमने उनका बहुत कुछ छीन लिया हैं। आज का समय में उनके घर में खाने के लिए फल नहीं और रहने के लिए घर नहीं. सब पर हमारा कब्ज़ा हो चूका हैं. बस यही सोचने के बाद हमारे पास एक बिचार हैं जिसका हमने नाम रखा हैं. एक पौधा मेरे नाम का. इस बिचार धरा के साथ हम लाखो करोडो लोगो को जोड़ना चाहते हैं. और सबके नाम का एक पौधा लगाना चाहते हैं. और जिसके नाम का पौधा होगा उसको हम अपनी वेबसाइट पर उसकी लोकेशन के साथ शियर क्र देंगे ताकि जिसने अपने नाम का पौधा लगया हैं उसको वो कभी देख देख सकता हैं। और हमनसे भी उसके बारे में पूछ सकता हैं. उस पौधे के साथ आपका नाम पता और पौधा का नंबर भी आपको और वेबसाइट पैर दे दिया जायेगा। तो हमें लगता हैं की हर इन्शान अपने जन्मदिन , या किसी की याद में या किसी भी बिशेष वत्सव वाले दिन लगा सकता जो जो सालों साल इस पर्यावरण और पशु पक्षियों को फल छाया और आशियाना देता रहेगा वैसे भी हम किसी बिशेष मोहतास्व या अपने जन्मदिन पर हजारो रूपये खर्च कर देते हैं और उसमे लोग खाने के बाद आपको भूल जाते हैं. तो अगर आप हमारी इस मोहिम के साथ जुड़ते हैं तो आपको फिर हर मंगलवार या किसी भी जगह बंदरो को फल खिलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि अपने अपना नाम पौधा लगा रखा हैं जो हर साल हजारो के पेट भर रहा हैं. इसी लिए हम चाहते हैं की आप हमारी एक पौधा मेरे नाम की मोहिम के साथ जुड़े और अपना सहयोग हमें दें. हम जंगल में हजारो फल दार पौधे लगा के अपनी इस मोहिम को पूरा करना चाहते हैं. इसके लिय आप हमारी वेबसाइट www.matarbhumi.com पर जाएँ और हमारी सदस्य लें और जितना हो सकता हैं. पर्यावरण के नाम पर donate करें। क्योके टाइम आ गया हैं. इस प्रकृति को वापिस करने का और हमें करना भी चाहिए.

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